Tue, 13 Aug 2024
By Mehroob Mushtaq
श्रीनगर में एक कुम्हार परिवार कई दिन पहले दिवाली की तैयारी शुरू कर देता है, ये मिट्टी के सुंदर दीए बनाते हैं; इनके बनाए 'दीये' की बहुत माँग है और ये घाटी में हिंदू-मुस्लिम सद्भाव का एक बेहतरीन उदाहरण है।
श्रीनगर में एक कुम्हार परिवार कई दिन पहले दिवाली की तैयारी शुरू कर देता है, ये मिट्टी के सुंदर दीए बनाते हैं; इनके बनाए 'दीये' की बहुत माँग है और ये घाटी में हिंदू-मुस्लिम सद्भाव का एक बेहतरीन उदाहरण है।
Tue, 13 Aug 2024
By Aishwarya Tripathi
कल्पना, उत्तर प्रदेश के मिर्तला गाँव में एक 'सैनिटरी पैड डिपो' चलाती हैं। अपने इस काम से वे वहाँ की युवा लड़कियों की विश्वासपात्र बन गई हैं, जो अब बिना किसी झिझक के उनके साथ मासिक धर्म और व्यक्तिगत स्वच्छता के मुद्दों पर खुलकर चर्चा करती हैं। पिछले तीन साल से कल्पना गांव की महिलाओं को सस्ते दामों पर सैनिटरी पैड बेच रही हैं।
कल्पना, उत्तर प्रदेश के मिर्तला गाँव में एक 'सैनिटरी पैड डिपो' चलाती हैं। अपने इस काम से वे वहाँ की युवा लड़कियों की विश्वासपात्र बन गई हैं, जो अब बिना किसी झिझक के उनके साथ मासिक धर्म और व्यक्तिगत स्वच्छता के मुद्दों पर खुलकर चर्चा करती हैं। पिछले तीन साल से कल्पना गांव की महिलाओं को सस्ते दामों पर सैनिटरी पैड बेच रही हैं।
Tue, 13 Aug 2024
By Sumit Yadav
उन्नाव, उत्तर प्रदेश में महिलाओं का स्वयं सहायता समूह, होली के लिए फलों, सब्जियों और फूलों से निकाले गए रंगों से गुलाल तैयार कर रहा है।
उन्नाव, उत्तर प्रदेश में महिलाओं का स्वयं सहायता समूह, होली के लिए फलों, सब्जियों और फूलों से निकाले गए रंगों से गुलाल तैयार कर रहा है।
Tue, 13 Aug 2024
By Ashis Senapati
कमला मोहराना ओडिशा के केंद्रपाड़ा जिले के एक छोटे से गाँव में उस महिला स्वयं सहायता समूह का हिस्सा हैं, जो दूध के पाउच, सिगरेट के पैकेट, गुटखा के रैपर को बड़ी कुशलता के साथ सुंदर शिल्प में बदलने का काम कर रहा है। इससे न सिर्फ महिलाओं को रोजगार मिल रहा है, बल्कि उनके गाँव और आसपास के इलाके में साफ-सफाई भी हो रही है।
कमला मोहराना ओडिशा के केंद्रपाड़ा जिले के एक छोटे से गाँव में उस महिला स्वयं सहायता समूह का हिस्सा हैं, जो दूध के पाउच, सिगरेट के पैकेट, गुटखा के रैपर को बड़ी कुशलता के साथ सुंदर शिल्प में बदलने का काम कर रहा है। इससे न सिर्फ महिलाओं को रोजगार मिल रहा है, बल्कि उनके गाँव और आसपास के इलाके में साफ-सफाई भी हो रही है।
Tue, 13 Aug 2024
By गाँव कनेक्शन
एक गैर-सरकारी संगठन और राज्य सरकार द्वारा संचालित एक संयुक्त आजीविका प्रोत्साहन कार्यक्रम के जरिए मध्य प्रदेश के धार जिले के आठ गाँव वर्मीकम्पोस्ट का उत्पादन कर रहे हैं। इसने न केवल जैविक खेती में योगदान दिया है बल्कि महंगे उर्वरकों पर निर्भरता भी कम हुई है।
एक गैर-सरकारी संगठन और राज्य सरकार द्वारा संचालित एक संयुक्त आजीविका प्रोत्साहन कार्यक्रम के जरिए मध्य प्रदेश के धार जिले के आठ गाँव वर्मीकम्पोस्ट का उत्पादन कर रहे हैं। इसने न केवल जैविक खेती में योगदान दिया है बल्कि महंगे उर्वरकों पर निर्भरता भी कम हुई है।
By Mehroob Mushtaq
By Aishwarya Tripathi
By Sumit Yadav
By Ashis Senapati
By गाँव कनेक्शन
By Manoj Choudhary
By Divendra Singh