जातीय जनगणना की नहीं, जाति विहीन समाज की सोचिए
जातीय जनगणना की नहीं, जाति विहीन समाज की सोचिए

Tue, 13 Aug 2024

By Dr SB Misra

हमारे देश में जाति व्यवस्था को बहुत सी बुराइयों के लिए दोषी माना जाता है और आजादी के बाद अनेक समाज सुधारक हुए है। समाजवादियों, साम्यवादियों और अन्य राजनेताओं ने जाति विहीन समाज पर जोर दिया था। उनका प्रयास था कि जातिवादी व्यवस्था में ऊंच-नीच और छुआछूत के अनेक रोग पैदा होते हैं।

हमारे देश में जाति व्यवस्था को बहुत सी बुराइयों के लिए दोषी माना जाता है और आजादी के बाद अनेक समाज सुधारक हुए है। समाजवादियों, साम्यवादियों और अन्य राजनेताओं ने जाति विहीन समाज पर जोर दिया था। उनका प्रयास था कि जातिवादी व्यवस्था में ऊंच-नीच और छुआछूत के अनेक रोग पैदा होते हैं।

कौन कहेगा बिजली पासी की जाति दबी कुचली और दलित शोषित थी?
कौन कहेगा बिजली पासी की जाति दबी कुचली और दलित शोषित थी?

Sat, 03 Aug 2024

By Dr SB Misra

यदि कोई दलित-शोषित वर्ग होता तो उस समाज से बिजली पासी जैसा हुकूमत करने वाला शासक नहीं पैदा हो सकता था। यह कहना कि शासन करना केवल क्षत्रियों का अधिकार था पूरी तरह सत्य नहीं है।

यदि कोई दलित-शोषित वर्ग होता तो उस समाज से बिजली पासी जैसा हुकूमत करने वाला शासक नहीं पैदा हो सकता था। यह कहना कि शासन करना केवल क्षत्रियों का अधिकार था पूरी तरह सत्य नहीं है।

इमरजेंसी 1975 : आधी रात जब छिन गए थे जनता के सारे अधिकार
इमरजेंसी 1975 : आधी रात जब छिन गए थे जनता के सारे अधिकार

Thu, 08 Aug 2024

By Dr SB Misra

जब जस्टिस सिन्हा ने श्रीमती इंदिरा गांधी का चुनाव रद्द करते हुए उन्हें 6 साल के लिए चुनाव लड़ने से अयोग्य घोषित कर दिया था, तब उन्होंने अदालती फैसले को ना मंजूर करते हुए आपातकाल लगा दिया था।

जब जस्टिस सिन्हा ने श्रीमती इंदिरा गांधी का चुनाव रद्द करते हुए उन्हें 6 साल के लिए चुनाव लड़ने से अयोग्य घोषित कर दिया था, तब उन्होंने अदालती फैसले को ना मंजूर करते हुए आपातकाल लगा दिया था।

कौन कहेगा बिजली पासी की जाति दबी कुचली और दलित शोषित थी?
कौन कहेगा बिजली पासी की जाति दबी कुचली और दलित शोषित थी?

Sat, 03 Aug 2024

By Dr SB Misra

यदि कोई दलित-शोषित वर्ग होता तो उस समाज से बिजली पासी जैसा हुकूमत करने वाला शासक नहीं पैदा हो सकता था। यह कहना कि शासन करना केवल क्षत्रियों का अधिकार था पूरी तरह सत्य नहीं है।

यदि कोई दलित-शोषित वर्ग होता तो उस समाज से बिजली पासी जैसा हुकूमत करने वाला शासक नहीं पैदा हो सकता था। यह कहना कि शासन करना केवल क्षत्रियों का अधिकार था पूरी तरह सत्य नहीं है।

कौन कहेगा बिजली पासी की जाति दबी कुचली और दलित शोषित थी?
कौन कहेगा बिजली पासी की जाति दबी कुचली और दलित शोषित थी?

Sat, 03 Aug 2024

By Dr SB Misra

यदि कोई दलित-शोषित वर्ग होता तो उस समाज से बिजली पासी जैसा हुकूमत करने वाला शासक नहीं पैदा हो सकता था। यह कहना कि शासन करना केवल क्षत्रियों का अधिकार था पूरी तरह सत्य नहीं है।

यदि कोई दलित-शोषित वर्ग होता तो उस समाज से बिजली पासी जैसा हुकूमत करने वाला शासक नहीं पैदा हो सकता था। यह कहना कि शासन करना केवल क्षत्रियों का अधिकार था पूरी तरह सत्य नहीं है।

इमरजेंसी 1975 : आधी रात जब छिन गए थे जनता के सारे अधिकार
इमरजेंसी 1975 : आधी रात जब छिन गए थे जनता के सारे अधिकार

Thu, 08 Aug 2024

By Dr SB Misra

जब जस्टिस सिन्हा ने श्रीमती इंदिरा गांधी का चुनाव रद्द करते हुए उन्हें 6 साल के लिए चुनाव लड़ने से अयोग्य घोषित कर दिया था, तब उन्होंने अदालती फैसले को ना मंजूर करते हुए आपातकाल लगा दिया था।

जब जस्टिस सिन्हा ने श्रीमती इंदिरा गांधी का चुनाव रद्द करते हुए उन्हें 6 साल के लिए चुनाव लड़ने से अयोग्य घोषित कर दिया था, तब उन्होंने अदालती फैसले को ना मंजूर करते हुए आपातकाल लगा दिया था।

इमरजेंसी 1975 : आधी रात जब छिन गए थे जनता के सारे अधिकार
इमरजेंसी 1975 : आधी रात जब छिन गए थे जनता के सारे अधिकार

Thu, 08 Aug 2024

By Dr SB Misra

जब जस्टिस सिन्हा ने श्रीमती इंदिरा गांधी का चुनाव रद्द करते हुए उन्हें 6 साल के लिए चुनाव लड़ने से अयोग्य घोषित कर दिया था, तब उन्होंने अदालती फैसले को ना मंजूर करते हुए आपातकाल लगा दिया था।

जब जस्टिस सिन्हा ने श्रीमती इंदिरा गांधी का चुनाव रद्द करते हुए उन्हें 6 साल के लिए चुनाव लड़ने से अयोग्य घोषित कर दिया था, तब उन्होंने अदालती फैसले को ना मंजूर करते हुए आपातकाल लगा दिया था।

About site

About site

Follow us
Contact
  • 011 - 43078133
  • sales@getm360123.com

© 2020 A Times Internet Company EDITED. All rights reserved. Copyright © 2020 M360