Tue, 13 Aug 2024
By AnujM360-3
Tue, 13 Aug 2024
By AnujM360-3
Tue, 13 Aug 2024
By AnujM360-3
Tue, 13 Aug 2024
By AnujM360-3
Tue, 13 Aug 2024
By AnujM360-3
Tue, 13 Aug 2024
By AnujM360-3
Tue, 13 Aug 2024
By AnujM360-3
मोहरा देवताओं के चेहरों को दर्शाने वाले धातु के मुखौटे हैं, जो आमतौर पर पीतल में ढाले जाते हैं, जिनकी हिमाचल प्रदेश में पूजा की जाती है। 10वीं शताब्दी के शिल्प को ज्यादातर मंडी और चंबा जिलों में बसे कारीगरों ने किसी तरह से जिंदा रखा है।
मोहरा देवताओं के चेहरों को दर्शाने वाले धातु के मुखौटे हैं, जो आमतौर पर पीतल में ढाले जाते हैं, जिनकी हिमाचल प्रदेश में पूजा की जाती है। 10वीं शताब्दी के शिल्प को ज्यादातर मंडी और चंबा जिलों में बसे कारीगरों ने किसी तरह से जिंदा रखा है।
Tue, 13 Aug 2024
By AnujM360-3
भारत में 2015 से लेकर 2021 के बीच डायन बताकर महिलाओं की हत्या किए जाने के 663 मामले सामने आए थे। यानी हर साल औसतन 95 महिलाओं को डायन बताकर उनकी हत्या कर दी जाती है। बिहार इस प्रथा के खिलाफ कानून बनाने वाला पहला राज्य था, जिसमें 6 महीने तक की जेल या 2,000 रुपये के जुर्माना का प्रावधान रखा गया था। बावजूद इसके राज्य में ऐसी मौतों का सिलसिला रुका नहीं है। एक ग्राउंड रिपोर्ट-
भारत में 2015 से लेकर 2021 के बीच डायन बताकर महिलाओं की हत्या किए जाने के 663 मामले सामने आए थे। यानी हर साल औसतन 95 महिलाओं को डायन बताकर उनकी हत्या कर दी जाती है। बिहार इस प्रथा के खिलाफ कानून बनाने वाला पहला राज्य था, जिसमें 6 महीने तक की जेल या 2,000 रुपये के जुर्माना का प्रावधान रखा गया था। बावजूद इसके राज्य में ऐसी मौतों का सिलसिला रुका नहीं है। एक ग्राउंड रिपोर्ट-
Tue, 26 Mar 2024
By AnujM360-3
Tue, 26 Mar 2024
By AnujM360-3